उत्तराखंड बोर्ड फेल होने वाले विद्यार्थियों को मिलेगी बैक पेपर की सुविधाएं, पहली बार जारी हुआ ये शासनादेश

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देहरादून: इस साल उत्तराखंड बोर्ड फेल होने वाले विद्यार्थियों को बैक पेपर (परीक्षा सुधार) की सुविधा देने जा रहा है। कैबिनेट में प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है और शासनादेश जारी होते ही बोर्ड इस प्रक्रिया को शुरू करेगा। इस साल हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में 42,519 विद्यार्थी फेल हो गए।

इस साल बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल में 1,32,115 विद्यार्थी पंजीकृत थे, जिनमें से 1,27,844 परीक्षा में शामिल हुए। इंटर में 1,27,324 पंजीकृत थे जिनमें 1,23,945 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। दोनों परीक्षाओं में 2,51,789 परीक्षार्थियों ने बोर्ड परीक्षा दी थी।इंटरमीडिएट की बात करें तो परीक्षा में 1,23,945 विद्यार्थियों में से 1,00380 पास हो गए जबकि 23,565 फेल हो गए। इनमें 13,353 छात्र व 10212 छात्राएं फेल हुईं।

हाईस्कूल में 1,27,844 विद्यार्थियों में 108890 पास हो गए, जबकि 18,954 फेल हो गए। इनमें 11966 छात्र और 6988 छात्राएं फेल हुईं। दोनों परीक्षाओं में 42,519 विद्यार्थी फेल हो गए। ऐसे में अब इन विद्यार्थियों के पास बैक पेपर देने की सुविधा बोर्ड की ओर से दी गई है। हालांकि कितने विद्यार्थी बैक पेपर देंगे, इसकी सही गणना बैक पेपर के लिए किए गए आवेदन से होगी।

10वीं में दो, 12वीं में एक विषय मिलेगी सुविधा
उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने परिषदीय बैठक में हाईस्कूल में दो विषय और इंटरमीडिएट में एक विषय में फेल होने पर विद्यार्थियों को बैक पेपर देने की सुविधा देने का प्रस्ताव जनवरी में शासन को भेजा था। इस प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई और अब केवल शासनादेश का इंतजार है।

शासनादेश जारी होते ही बोर्ड की ओर से बैक पेपर कराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसी सत्र में बैक पेपर की सुविधा मिलने से विद्यार्थी का एक वर्ष भी बचेगा और वह आसानी से अगली कक्षा में प्रवेश पा सेकेगा।

विद्यार्थियों को अंक सुधार का भी मिलेगा मौका
बोर्ड के अपर सचिव बीएमएस रावत ने बताया कि शासनादेश जारी होते ही विद्यार्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। हाईस्कूल में दो और इंटर में एक विषय में फेल विद्यार्थी ही इसका लाभ ले सकेंगे। ऐसे विद्यार्थियों के लिए बोर्ड की ओर से सूचना प्रकाशित की जाएगी और ऑनलाइन ही आवेदन मांगे जाएंगे। इस प्रक्रिया का लाभ वे विद्यार्थी भी ले सकेंगे, जो किसी विषय में अपने अंकों में सुधार चाहते है। अनुमान है कि बोर्ड की ओर से अगस्त में बैक पेपर कराया जाएगा ताकि विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रवेश करने में कोई समस्या उत्पन्न ना हो सके।

उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षा, निदेशक सीमा जौनसारी का कहना है कि 10वीं, 12वीं में फेल होने वाले विद्यार्थियों को बैक पेपर देने की सुविधा को कैबिनेट से मंजूरी मिल चुकी है। जल्द ही शासनादेश जारी हो जाएगा। इसके बाद बोर्ड बैक पेपर कराने की तैयारी में जुटेगा। हाईस्कूल में दो और इंटर में एक विषय में फेल विद्यार्थी इस सुविधा का लाभ उठाकर पूरा साल बर्बाद होने से बचा सकेंगे।

पिछले वर्षों में ऐसा रहा बोर्ड का रिजल्ट
2019 में हाईस्कूल की परीक्षा में 1,46,584 ने परीक्षा दी, जिनमें 112036 उत्तीर्ण हुए और 34548 फेल हो गए। इंटर में 1,22,618 ने परीक्षा दी, जिसमें 98,262 उत्तीर्ण हुए और 24,356 फेल हो गए।

2020 में हाईस्कूल की परीक्षा में 1,47,155 ने परीक्षा दी, जिनमें 1,13,191 उत्तीर्ण हुए और 33964 फेल हो गए। इंटर में 1,19,164 ने परीक्षा दी, जिसमें 95,645 उत्तीर्ण हुए और 23,519 फेल हो गए।

2021 में हाईस्कूल की परीक्षा में 1,47,725 ने परीक्षा दी, जिनमें 1,46,386 उत्तीर्ण हुए और 1339 फेल हो गए। इंटर में 121705 ने परीक्षा दी, जिसमें 121171 उत्तीर्ण हुए और 534 फेल हो गए।

2022 में हाईस्कूल की परीक्षा में 1,27,895 ने परीक्षा दी, 99,091 उत्तीर्ण हुए और 28,804 फेल हो गए। इंटर में 1,11,688 ने परीक्षा दी, जिनमें 92,296 उत्तीर्ण हुए और 19,392 फेल हो गए।


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