नैनीताल: उत्तराखंड राज्य गठन के 21 साल बाद भी नैनीताल का ये गांव पेयजल जैसी मूलभूत आवश्यकता के लिए हर दिन कर रहा हैं संघर्ष

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नैनीताल। आज उत्तराखंड राज्य का गठन हुए 21 साल पूरे हो गए। लेकिन राज्य के नैनीताल जिले का एक गांव आज ऐसा है जहां राज्य गठन के 21 साल बाद भी घरों में जल संस्थान की कोई पाइप लाइन नहीं लगी है। नैनीताल से महज 15 किलोमीटर दूर भवाली–हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग में स्थित खूपी गांव में 21 सालों से आज तक पानी की पाइप लाइन नहीं बिछी हैं। आज तक यहां रहने वाले लोग अपने घरों के पास मौजूद गधेरों या फिर प्राकृतिक जलस्रोतों से ही पानी लाकर इस्तेमाल करते आए हैं। असली समस्या तो तब आती है जब गर्मी में यह गधेरे सूखने की कगार पर आ जाते हैं। आज तक इस गांव में सुध लेने वाला न तो कोई मंत्री, नेता, और न ही कोई विधायक आया हैं। अगर आए भी हैं तो महज वोट मांगने के बहाने लेकिन पानी कभी नहीं आया।

जिन लोगों के घर गधेरों से नजदीक हैं उन लोगों ने निजी स्तर पर अपने घर पर ही गधेरों से पाइप लगाए हुए हैं लेकिन जिनके घर गधेरों से कुछ दूरी पर हैं। उन्हें लगभग 4-5 किमी पैदल चलकर पानी भर कर लाना पड़ता है। नैनीताल विधानसभा में आने वाले इस गांव में लगभग 80-90 परिवार रहते हैं। लगातार इस विधानसभा में पार्टियां बदलती रही हैं लेकिन यहां पानी की पाइप लाइन आज तक नहीं आई है।

स्थानीय निवासी अमित कुमार आर्य ने बताया की आज तक यहां जल संस्थान की कोई भी पानी की लाइन लगी ही नहीं है. सालों पहले ब्लॉक स्तर की लाइन इस क्षेत्र में लगी तो थी लेकिन सालों से उसकी मेंटेनेंस भी नहीं होने की वजह से वह भी क्षतिग्रस्त पड़ी है।


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