नैनीताल : भक्ति में निष्कामता यदि हो तो भक्ति हम पर रीझ जाती है,भगवान से निष्काम प्रीति ही प्रेम की पराकाष्ठा है : कथावाचक पंडित मनोज कृष्ण

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नैनीताल। श्री मां नयना देवी मंदिर अमर उदय ट्रस्ट के सहयोग से श्री माँ नयना देवी मंदिर में चल रही श्रीमद् देवी भागवत कथा के तृतीय दिवस यानी रविवार को व्यास गद्दी पर मौजूद कथावाचक पंडित मनोज कृष्ण जोशी ने कहा कि भक्ति में निष्कामता यदि हो तो भक्ति हम पर रीझ जाती है। कहा कि भगवान से निष्काम प्रीति ही प्रेम की पराकाष्ठा है।
व्यास जोशी ने शुक्रदेव के जन्म के प्रसंग को सुनाते हुए कहा कि विकार घर में नहीं अपितु मन में है। यदि व्यक्ति ईमानदारी से ग्रस्त धर्म का निर्वाह करें तो वह गृहस्थी किसी संत से कम नहीं है। इसी क्रम में व्यास जोशी ने
श्री वेदव्यास के जन्म का प्रसंग और पांडवों का चरित्र सुनाया। व्यास जोशी के सुमधुर भजनों से मंदिर का पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। गायन और वाद्य संगीत में आचार्य मनोज कृष्ण की संगत नीरज मिश्र, लोकेश तथा आकाश नैनवाल, मनोज उप्रेती व विवेक और प्रकाश चन्द्र ने की।
इससे पूर्व प्रात: आचार्य मनोज कृष्ण जोशी ने अपने सहयोगियों यथा नरेन्द्र पांडे, कैलाश चन्द्र लोहनी और ललित जोशी के साथ पूजा संपन्न की। पूजा के यजमान मनोज चौधरी और  देवन चौधरी के साथ विजय साह व
सुमन साह रहे ।
स्थापना समारोह को सफल बनाने के लिये श्री मां नयना देवी मंदिर अमर उदय ट्रस्ट के उपाध्यक्ष घनश्याम लाल साह, महासचिव  हेमंत शाह, उप सचिव प्रदीप शाह, कोषाध्यक्ष किशन सिंह नेगी समेत वरिष्ठ न्यासी महेश लाल साह सहित  सुमन साह, मुन्नी भट्ट तथा अमिता साह और सभी पुजारी/कर्मचारी व भक्तजन भक्तिभाव से जुटे रहे।


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