नैनीताल : नगर पालिका ने हाईकोर्ट को दिया झूठा शपथ पत्र , आतंकी कुत्तों की खस्ता हालत का हुआ खुलासा

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सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हुई जिसमें समाजसेविका ममता जोशी ने एबीसी सेंटर में नगर पालिका द्वारा बताए गए आतंकी कुत्तों की खस्ता हालत का खुलासा किया,जिन कुत्तों को आतंकी बताया गया था वो खामोशी से बिना भौंके और गुर्राए पिंजरों में कैद थे।
आपको ये भी बता दे कि शहर में कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने को लेकर दायर याचिका में सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट की खंडपीठ ने पशु प्रेमी गौरी मौलखी को कोर्ट कमिश्नर नियुक्त करते हुए शहर में कुत्तों की स्थिति की रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए।कोर्ट के निर्देश के बाद गुरुवार को गोरी मौलखी ने एबीसी सेंटर का निरीक्षण किया जहां गौरी मौलखी को सेंटर में कई अनियमित मिली। जानकारी देते हुए गौरी मौलखी ने बताया नगर पालिका ने हाई कोर्ट में एबीसी सेंटर में 25 कुत्ते होने का शपथ पत्र पेश किया है जबकि निरीक्षण के दौरान उन्हें मात्र 12 कुत्ते मिले हैं। ऐसे में नगर पालिका ने कोर्ट को झूठा शपथ पत्र देकर भ्रमित कर रही है।
गौरी ने नगर पालिका पर आरोप लगाया की पालिका के अधिकारियों द्वारा सेंटर में कुत्तों के रहने और साफ सफाई की उचित व्यवस्था तक नहीं की गई है और जिन कुत्तों को नगर पालिका हाईकोर्ट में खूंखार बता रही है उन कुत्तों का स्वभाव बेहद शांत है। बातचीत करते हुए गौरी मौलखी ने नगर पालिका पर आरोप लगाया कि जिन कुत्तों का ब्योरा नगर पालिका ने कोर्ट में पेश किया उनमें से संभावना है कि 13 कुत्तों को नगर पालिका प्रशासन द्वारा मार दिया गया है। क्योंकि निरीक्षण के दौरान पालिका का कोई भी अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं हुआ ना ही कुत्तों की संख्या पर स्थिति स्पष्ट कर सका।हाई कोर्ट के निर्देश पर एबीसी सेंटर का निरीक्षण करने पहुंची पशु प्रेमी गौरी ने बताया मानकों के आधार जिन कुत्तों को एबीसी सेंटर में रखा जाता है उनकी देखभाल के लिए वेटरनरी डॉक्टर नियुक्त करना अनिवार्य है साथ ही कुत्तों के गले में टैग संख्या और उनके बर्ताव में सुधार होने पर उन्हें छोड़ देने का प्रावधान है लेकिन नगर पालिका ने अब तक ऐसा नहीं किया जो नियमों का उल्लंघन है। नैनीताल में कुत्तों के साथ हो रही अमानवीय घटना के मामले को सुप्रीम कोर्ट की शरण में ले जाएगी ।


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