नेत्र रोगी भी रहे परेशान कोरोना से
प्रवीण कपिल
भवाली, कोरोना महामारी से एक ओर आम जनता काफी परेशान रही देश का आर्थिक ढांचा भी इस गभीर बीमारी में कमजोर हुया वही नेत्र रोगी भी इस बीमारी के चलते बेहद परेशान रहे पिछले कोरोना काल मे लॉक डाउन व कोरोना नियमों के चलते कई दुर्गम स्थानों में लगने वाले आई कैम्प नही लग पाए 1993 से उत्तराखंड के दुर्गम स्थानों में कैम्प लगाने वाले गणेश पंत का कहना है कि नव ज्योति सेवा संस्था के माध्यम से वह प्रत्येक वर्ष उत्तराखंड के चम्पावत ओर पिथौरागढ़ जिले के छोटे छोटे स्थानों में मोतियाबिंद का ऑपरेशन व निःशुल्क आँखों की जांच करते थे जिसका गरीब नेत्र रोगियों का फायदा मिलता था
लेकिन पिछले दो वर्षों से कोरोना की बीमारी एवं जारी गाइडलाइनो के कारण आंखों के कैम्प नही लग पा रहे है दूर दराज क्षेत्र के गरीब लोग फ़ोन कर के जानकारी मांग रहे है लेकिन वर्तमान में आंखों का कैम्प लगाना सम्भव नही है ।