वरिष्ठ अधिवक्ता डी डी रुबाली का निधन, नयी पीड़ी के लिये थे आदर्श, अधिवक्ताओं ने जताया शोक

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नैनीताल। जिला न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता दुर्गा दत्त रुबाली का सोमवार को 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन पर अधिवक्ताओं ने गहरा दुख जताया है। मूल रूप से चंपावत जिले के गोलडांडा ग्राम के केराइजड़ तोक में जन्मे रुबाली का जीवन बेहद संघर्षपूर्ण रहा स्व. रुबाली ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद पतलोट के ही इंटर कॉलेज में कुछ वर्ष तक अध्यापन का कार्य किया इसके कुछ ही वर्षों बाद उनका नौकरी से मन भर गया। जिसके बाद रुबाली नौकरी छोड़ लखनऊ आ गये यहां लखनऊ विश्विद्यालय से उन्होंने वकालत की पड़ाई पूरी करी जिसके बाद वह साठ के दशक में नैनीताल आकर जिला न्यायालय में प्रैक्टिस करने लगे।

उन्होंने प्रताप भैया श्रीचंद जैसे नेताओं के साथ भी कार्य किया स्व. रुबाली की राजनीति में रुचि के कारण वह कांग्रेस में नगर अध्य्क्ष सहित कई महत्वपूर्ण दायित्वों में भी रहे वही शाहिद सैनिक विद्यालय प्रबंध समिति के अध्य्क्ष के रूप में भी उन्होंने अपनी जिम्मेदारी बखूबी संभाली। कई वर्षों तक नैनीताल में प्रमुख राष्ट्रीय पर्वो पर प्रभात फेरी व आयोजनों की कमान स्व. रुबाली ही संभालते रहे।

स्व. रुबाली केे बड़े पुत्र योगेश अमेरिका मंझली पुत्री गुजरात व छोटा पुत्र गगन नैनीताल में ही अधिवक्ता के साथ निजी व्यवसायरत है।सोमवार दोपहर पाइंस स्थित श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके निधन पर जिला बार एसोसिएशन के अध्य्क्ष नीरज साह, सचिव दीपक रूवाली, जिला शासकीय अधिवक्ता सुशील शर्मा,वरिष्ठ अधिवक्ता बीसी पाल, डीके मुनगली,राम सिंह रौतेला,हरिशंकर कंसल, राजेन्द्र पाठक, संजय सुयाल, सोहन तिवारी,तरुण चंद्रा, उमेश कांडपाल, मनीष कांडपाल, हेमा शर्मा, किरन आर्य, मेघा उप्रेती, स्वाति परिहार, प्रदीप परगाई, राजू परगाई, रवि आर्य, ज्योति प्रकाश, ओमकार गोस्वामी, अरुण बिष्ट, मनीष जोशी, व शिवांशु जोशी आदि ने गहरा शोक व्यक्त किया।


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