उत्तराखण्डः मुक्तेश्वर में होटल पर जबरन ताला लगाने का मामला! पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, लिंक में पढ़ें क्या है पूरा मामला

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नैनीताल। मुक्तेश्वर के सरगाखेत में होटल पर जबरन ताला लगाने के मामले में पुलिस ने दर्जनों दबंगों पर कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। होटल संचालक की तहरीर पर ये कार्रवाई की गई है। आरोप बजरंग दल और वीएचपी के कार्यकर्ताओं पर लगा है।
जानकारी के अनुसार दिल्ली निवासी अविनाश शर्मा ने मुक्तेश्वर के स्थानीय निवासी पीताम्बर दत्त जोशी से उनका होटल एक वर्ष के लिए किराए पर लिया था कुछ वर्ष बाद किराए को लेकर आपसी विवाद उत्पन्न हो गया। जिसके बाद अविनाश शर्मा ने पीताम्बर दत्त के ऊपर पैसे लेने के बावजूद लीज एग्रीमेंट न बनाने के आरोप लगा डाले वहीं पीताम्बर दत्त ने दिल्ली से आए अविनाश शर्मा पर तय किराया न देने और अवैध रूप से होटल को कब्ज़ा करने के आरोप लगाए। पीताम्बर दत्त ने होटल खाली करवाने के लिए कुमायूं आयुक्त से गुहार लगाई जिस पर कुमायूं आयुक्त दीपक रावत ने अविनाश शर्मा को होटल खाली करने के आदेश दिये जिसके बाद अविनाश शर्मा ने जिला न्यायालय नैनीताल में पीताम्बर दत्त के खिलाफ वाद दायर किया जो वर्तमान में लंबित चल रहा है। कुछ दिन पहले पीताम्बर दत्त जोशी ने अविनाश शर्मा को होटल खाली करने के लिए लीगल नोटिस भिजवाया और उसके कुछ दिनों बाद पीताम्बर दत्त और उनके परिवार ने वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं से मदद मांगी जिस पर बीते शुक्रवार को रामनगर से आए वीएचपी और बजरंग दल के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने होटल में हँगामा किया और अविनाश शर्मा और होटल के कर्मचारियों को जबर्दस्ती होटल से निकाल कर होटल में ताला लगा दिया। जिसके बाद अविनाश शर्मा ने दबंगों के खिलाफ मुक्तेश्वर थाने में तहरीर दी।
बतौर अविनाश शर्मा के अनुसार पीताम्बर दत्त जोशी ने उन्हें अर्धनिर्मित पाँच कमरे पचास हजार रुपए प्रति वर्ष की दर से किराए पर दिये जिनकी मरम्मत अविनाश शर्मा ने की और रहने के लायक बनाया कुछ समय बीतने के बाद अविनाश शर्मा और पीताम्बर दत्त की दस वर्ष के लिए लीज़ पर सहमति बनी और अविनाश शर्मा ने पाँच लाख रुपए बैंक के माध्यम से एडवांस पीताम्बर दत्त को दे दिये जिसके बाद अविनाश शर्मा ने कमरों का विस्तार किया और उसे एक होटल के तौर पर विकसित कर पर्यटन विभाग में माँ गौरी रिज़ॉर्ट के नाम का पंजीकरण भी करवा दिया। कुछ महीनों से पीताम्बर दत्त और उसके परिवार वालों ने अविनाश शर्मा को किराए को लेकर परेशान करना शुरू कर दिया जिस पर अविनाश शर्मा के द्वारा जिला न्यायालय नैनीताल में वाद दायर किया गया है जो कि अभी लंबित चल रहा है।
हिमांशु जोशी के अनुसार अविनाश शर्मा जो कि दिल्ली का रहने वाला है उसने होटल किराए पर लेने के लिए उनके पिता पीताम्बर दत्त से वर्ष 2016 में संपर्क किया और मेलजोल बढ़ाया और होटल को किराए पर लेने की मंशा जताई। जिसके बाद वर्ष 2017 में पीताम्बर दत्त ने चार लाख पचास हजार तय किराए के होटल अविनाश शर्मा को दे दिया। हिमांशु के अनुसार अनुसार होटल के निर्माण में अविनाश शर्मा का कोई योगदान नहीं था केवल कुछ किचन आदि का सामान वो जरूर लेकर आया था बाकी होटल के पूरे निर्माण में पीताम्बर दत्त का एक करोड़ से ऊपर का खर्चा आया था इसलिए उन्होने अविनाश शर्मा को वर्ष 2017 से लेकर 2019 तक चार लाख पचास हजार प्रति वर्ष और उसके बाद पचास हजार की बढ़ोत्तरी कर पाँच लाख प्रतिवर्ष के हिसाब से किराया तय कर होटल लीज़ पर दे दिया लेकिन अविनाश शर्मा ने कभी लीज़ एग्रीमेंट नहीं बनवाया और कुछ समय तक किराया देने के बाद उसने किराया देना बंद कर दिया जिस पर वो अविनाश शर्मा की शिकायत लेकर कुमायूं आयुक्त के दरबार पहुंचे और कुमायूं आयुक्त दीपक रावत ने अविनाश शर्मा को होटल खाली करने के आदेश दिये। लेकिन फिर भी अविनाश शर्मा ने होटल खाली नहीं किया और उल्टे पीताम्बर दत्त पर जिला न्यायालय में वाद दायर कर दिया। इधर पीताम्बर दत्त ने भी होटल खाली करने के लिए अविनाश शर्मा को लीगल नोटिस भिजवा दिया।
इधर नव नियुक्त मुक्तेश्वर थाना प्रभारी कमित जोशी ने बताया कि पीताम्बर दत्त जोशी और अविनाश शर्मा के बीच किराए और प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा है जिसका वाद जिला न्यायालय में लंबित है ऐसे में दर्जनों की संख्या में आए संदिग्ध व्यक्तियों के द्वारा हँगामा करते हुए अवैध रूप से होटल में ताला लगा दिया गया। अविनाश शर्मा की तहरीर पर पीताम्बर दत्त जोशी, मनीष जोशी,पवन नेगी,सूरज चौधरी,किशोर बहुखंडी और अज्ञात 40 लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया है जिस पर कार्यवाही की जा रही है।


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