होम स्टे योजना पलायन रोकने में निभा सकती हैं गेम चेंजर की भूमिका– राज्यपाल गुरमीत सिंह

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भीमताल। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) ने मंगलवार को भीमताल ब्लॉक में बोहराकून गांव स्थित आरेनिक एडोबे होम स्टे का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने होम स्टे के संचालक से जानकारी प्राप्त की और कहा कि उनके द्वारा स्थानीय शैली से बने होम स्टे देखकर वे काफी प्रभावित हैं।
इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि पर्यटन उत्तराखण्ड की आर्थिकी का एक प्रमुख जरिया है। पर्यटन में होम स्टे योजना पलायन रोकने में एक गेम चेंजर की भूमिका निभा सकती है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि अधिक से अधिक लोगों को होम स्टे योजना के लिए प्रेरित करें। राज्यपाल कहा कि इसमें महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ायी और होम स्टे योजना का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार भी किया जाए। इसके साथ-साथ उन्होंने कहा कि विलेज स्टे पर भी योजना बनाई जाय। पर्यटक गांव में आकर प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के साथ-साथ यहां की संस्कृति से रूबरू हो सके वहीं लोगों को इससे रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने जनपद में स्थित होम स्टे की जानकारी प्राप्त की और मुख्य विकास अधिकारी डॉ. संदीप तिवारी को 03 वर्ष के भीतर तीन हजार होम स्टे का लक्ष्य प्राप्त करने व 01 वर्ष में एक हजार होम स्टे स्थापित करने को कहा। जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने उन्हें पूर्ण आश्वासन दिया।

भ्रमण के दौरान राज्यपाल ने ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों से विकास योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने में आ रही समस्याओं एवं उनके सुझाव सहित अन्य जानकारियां प्राप्त की। उन्होंने कहा कि हमारा यह ध्येय होना चाहिए कि हमारे गांव विकास एवं आर्थिक दृष्टि से मजबूत हो। गांव को सशक्त बनाने के लिए वहां पर मूलभूत सुविधाओं को मुहैया कराना हमारा प्राथमिक लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायते विकास का आधार हैं विकसित ग्राम पंचायत से ही एक विकसित राष्ट्र का निर्माण होता है। उन्होंने ग्राम स्तर तक सूक्ष्म वित्तीय योजनाओं एवं डीबीटी की योजनाओं को सुगम एवं पारदर्शी रूप से पहुंचाने के निर्देश दिए।


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