नैनीताल। यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस व विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली सबसे कम उम्र की पर्वतारोही शीतल राज के नैनीताल पहुंचने पर रन टू लिव संस्था द्वारा शुक्रवार को सम्मानित किया गया।
बता दें की शीतल राज को कुछ दिन पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा माउंट एलब्रुस शिखर फतह करने पर तेनजिंग नोर्गे अवार्ड से सम्मानित किया था।

पहाड़ की बेटी की सफलता को देखते हुए शुक्रवार को रन टू लीव संस्था द्वारा शीतल को नैनीताल में शॉल ओढ़ाकर व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। शीतल ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपनी मां सपना को दिया। शीतल ने बताया कि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एनसीसी कैम्प में आयोजित एडवेंचर कैंप से की और उन्होंने अपना जीवन का लक्ष्य माउंट ट्रेनिंग को बना दिया। बताया की उन्हें इस राह में कई बार असफलता भी मिली लेकिन उन्होने अपने दृढ़ निश्चय और मेहनत से सफलता हासिल की। शीतल ने बताया कि उनका लक्ष्य अब पहाड़ की बेटियों को एवरेस्ट विजेता बनना है। माउंट ट्रेनिंग के क्षेत्र में युवतियों को विश्व स्तर तक पहुंचाना है जिसके लिए उनके द्वारा कैंप आयोजित करवाए जा रहे हैं।

इस दौरान सेंट जोसेफ स्कूल के प्रिंसिपल ब्रदर पिंटो,हरीश तिवारी, धीरेंद्र भाकुनी, सुखमय मजूमदार, अदिति खुराना, बालम मेहरा, भोपाल मेहरा,बिना रावत, अजय शाह, अजय नयाल समेत अन्य लोग मौजूद रहे।