राष्ट्रीय विज्ञान दिवस! विज्ञान ही जीवन का आधार है जो मानव जीवन को आसान तथा सकारात्मक बनाता है– प्रो. ललित तिवारी

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नैनीताल। आज पूरा देश राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मना रहा हैं। इसी को लेकर कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के शोध निदेशक प्रो. ललित तिवारी का कहना हैं कि विज्ञान जीवन का आधार है, विज्ञान ही जीवन को आसान तथा सकारात्मक बनाता है । विज्ञान मस्तिष्क की तार्किक तथा समस्याओं का निदान कराता है । 28 फरवरी का दिन सीवी रमन द्वारा रमन इफेक्ट की खोज के लिए राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस विज्ञान का शिक्षा पर सकारात्मक प्रभाव तथा शिक्षार्थियों को विज्ञान और नवाचार में समर्पण का दिन है। इस वर्ष 2022 में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की थीम ‘सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण’ है। आज का दिन जिस महान वैज्ञानिक की खोज के लिए समर्पित हैं वह हैं, वैज्ञानिक सीवी रमन जिन्हें 1954 में भारत रत्न से भी नवाजा गया था। उसके बाद हर वर्ष 1986 से हर साल 28 फरवरी को विज्ञान दिवस के रूप में पूरे देश में मनाया जा रहा हैं। सीवी रमन ने 1928 में रमन प्रभाव खोजा और 1930 में उन्हें नोबेल प्राइज मिला। इसलिए आज का दिन सीवी रमन द्वारा रमन इफेक्ट की खोज के लिए राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के तौर पर मनाया जाता है राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का अर्थ एवं उद्देश्य विद्यार्थियों को विज्ञान के प्रति आकर्षित व प्रेरित करना तथा जनसाधारण को विज्ञान एवं वैज्ञानिक उपलब्धियों के प्रति सजग बनाना है।विज्ञान से विकास की राह में तीव्रता लाना। प्रो. तिवारी ने बताया की विज्ञान से अंधविश्वासों का विनाश होता है। विज्ञान और तकनीक को प्रसिद्ध करने के साथ ही देश के नागरिकों को इस क्षेत्र मौका देकर नई ऊँचाइयों को हासिल करना भी इसमें शामिल है।

कहा की देश और विश्व के विकास के लिए वैज्ञानिक सोच का प्रसार अनिवार्य है। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस वैज्ञानिक दृष्टिकोण के प्रसार में निश्चित रूप से सहायक है । विज्ञान के द्वारा ही हम समाज के लोगों का जीवन स्तर अधिक से अधिक खुशहाल बना सकते हैं। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस विज्ञान से होने वाले लाभों के प्रति समाज में जागरूकता लाने और वैज्ञानिक सोच पैदा करने के लिए कारगर है।


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