अधिवक्ता ने पेशकार पर लगाया दुर्व्यवहार व मुल्जिमों से जबरन पैसे वसूलने के आरोप, पहले भी लग चुके है आरोप

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नैनीताल। जिला बार के अध्य्क्ष व सचिव सहित हाइकोर्ट के ज्यूडिशियल रजिस्ट्रार को भेजे पत्र में जिला न्यायालय में कार्यरत एक अधिवक्ता ने न्यायालय में ही कार्यरत एक पेशकार पर दुर्व्यवहार व मुल्जिमों से जबरन धन वसूली के आरोप लगाये है यहां दिये गये शिकायती पत्र में अधिवक्ता सुंदर मेहरा ने अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायलय में कार्यरत महिला पेशकर पर आरोप लगाते हुवे कहा कि उनका 138 एन आई एक्ट का एक मामला न्यायालय में विचाराधीन है जिसमे अभियुक्त अपने खिलाफ जारी वारंट को अधिवक्ता के माध्यम से उपस्थित हो निरस्त करवाने आया था लेकिन महिला पेशकार द्वारा अभियुक्त से दुर्व्यवहार कर पांच सौ रुपये की मांग ये कहते हुवे की गयी कि मैडम आज छुट्टी पर है और यदि उसे पांच सौ रुपये नही दिये तो वह न तो उसकी पत्रावली सी जे एम के पास ही भेजेगी और न ही उस वारंट के रिकॉल का प्रश्न उत्तर ही उसे देगी। जिस पर अभियुक्त ने डर में आकर पांच सौ रुपये महिला पेशकार को दे दिये अधिवक्ता ने आरोप लगाये की जिन लोगो के विरुद्ध न्यायालय द्वारा वारंट जारी किये जा रहे है उनसे यह पेशकर जेल भेजने का डर दिखा डरा धमकाकर जबरन धन वसूली कर रही है जिससे सभी जूनियर अधिवक्ता परेशान है कहा कि महिला पेशकार के विरुद्ध पहले भी धन वसूली के आरोप लग चुके है तब महिला पेशकार का स्थानांतरण नैनीताल से रामनगर कर दिया गया था लेकिन अब फिर से यह पेशकार रिश्वतखोरी पर आमादा है जिस पर अधिवक्ता ने महिला पेशकार के खिलाफ कठोर कदम कार्यवाही करने की प्रार्थना करी है ।


अधिवक्ता की लिखित शिकायत प्राप्त हुई है मामले की गम्भीरता को देखते हुवे न्यायालय के उच्च अधिकारियों के से बात की जायेगी किसी भी अधिवक्ता का उत्पीड़न किसी हालत में बर्दाश्त नही किया जायेगा।

सचिव बार एसोसिएशन- दीपक रूवाली


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